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खतरा टला है, जानकारों की राय
वैज्ञानिकों के अनुसार, नवंबर में प्रदूषण का खतरा अभी नहीं है। नवंबर में हवा के दिशा-निर्देश दिखाई देते हैं। ठंड बढ़ने के साथ हवा की गति काफी कम हो जाती है। ऐसे में कई बार नवंबर के अंत में जब पराली खत्म होती है तब भी स्मॉग की स्थिति बन जाती है। CPCB (सेंट्रल प्ल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के एयर बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में एक्यूआई 303 रहा। दोपहर 1 बजे तक इसके स्तर में कमी हो रही थी। लेकिन एक बजे से चार बजे तक यह 303 के स्तर पर ही टिक रहा है। नवंबर के शुरुआती दस दिनों की बात करें तो इस साल गंभीर दिनों की संख्या तीन हो रही है। 2021 में यह 4 और 2020 में यह 6 रही थी। वहीं बेहद खराब दिनों की संख्या 2022 और 2021 में पांच रही है। वहीं खराब दिनों की संख्या में थोड़ा सुधार हुआ है और यह दो हो रही है।
आगे क्या होगा कुल का हाल
13 नवंबर को प्रदूषण एम फॉस्ट के अनुसार प्रदूषण का स्तर ‘खराब’ रह सकता है। इसके बाद 14 और 15 नवंबर को प्रदूषण में सब कुछ होगा और ‘बेहद खराब’ के स्तर पर पहुंच जाएगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक प्रदूषण का स्तर खराब से बेहद खराब बना रहेगा। 14 नवंबर को हवाएं चलेंगी कुछ कमजोरियां और धुंध की संभावना भी। वहीं यात्रा के अनुसार, इस समय हवाएं तेज हो रही हैं और उत्तर-पूर्वी हवाएं प्रदूषण लेकर आ रही हैं। ऐसे में योग बेहद खराब हो गया है। हवाएं जितने योग ला रही हैं उतने ही योग को हटा भी रही हैं। 14 नवंबर को हवा की गति कमजोर होगी। उनके साथ धूम्रपान करना कम हो जाएगा। ऐसे में एक्यूआई में सुधार होने की संभावना है।
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